क्यूकिं कोई अपना है वो मेरा, जो मुझे अपना नहीं मानता। क्यूकिं कोई अपना है वो मेरा, जो मुझे अपना नहीं मानता।
हर रात सपने में देखूँ महसूस करूँ ऐसे। हर रात सपने में देखूँ महसूस करूँ ऐसे।
लिखते लिखते फ़िर कलम भी साथ निभाता है बन के अभिव्यक्ति किताब पे छप जाता है। लिखते लिखते फ़िर कलम भी साथ निभाता है बन के अभिव्यक्ति किताब पे छप जाता है।
भक्ति रचना भक्ति रचना
एक चेहरा...। एक चेहरा...।
इन सवालों का गणित मुश्किल नहीं है यारों ये तो बस अब तक" जी हुई " उम्र है प्यारों ! इन सवालों का गणित मुश्किल नहीं है यारों ये तो बस अब तक" जी हुई " उम्र है प्या...